Thursday 20 September 2018

इस नवरात्रि माँ दुर्गा की स्थापना करें वास्तु अनुसार मिलेगी सुख सम्पत्ति अपार





कुछ ही समय बार २०१८ की शारदिये नवरात्रि प्रारंभ होने वाली है. अधिकतर लोग माँ दुर्गा की बहुत ही धूम धाम से पूजा अर्चना करते है. अगर आप भी माता रानी की स्थापना अपने घर में कर रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखकर अपनी पूजा को और सफल बना सकते हैं. यह पूजा आपके मनोरथ को सिद्ध करने वाली, परेशानियों को दूर करने वाली होगी. इस दौरान अगर आप दुर्गा सप्तशती का पाठ भी कर लेते हैं तो आपको कई गुना लाभ मिल जाता हैं. आज हम आपको नवरात्रि में वास्तु के अनुसार कैसे कलश स्थापना करें. किन चीजों को कहा रखे. माँ दुर्गा की कैसी आरधना आपको लाभ देगी.

घर की सफाई – सबसे पहले आप ध्यान दें की नवरात्रि में पुरे घर की सफाई अच्छे से करें. पूजा में अच्छे से ध्यान लगे इसलिए बेहद जरूरी हो जाता है कि घर साफ-सुथरा और व्यवस्थित हो।
साफ और व्यवस्थित घर में ही मां भगवती की पूजा के समय उनका सही तरीके से ध्यान लगा सकते हैं। ऐसा करने के लिए रोज घर को साफ़ रखें.


किस दिशा में करे पूजा - वास्तु के अनुसार मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मां का चित्र दक्षिण दिशा में लगाना चाहिए। यह दिशा क्षेत्र मां के पूजा करने की आदर्श दिशा है। इस दिशा में पूजा करने से और माँ का ध्यान करने से आपके अन्धर एक शक्ति का संचार होता है. यह शक्ति ही आपको लाभ देती हैं. वेसे तो पूजा के लिए ईशान कोण को बहुत ही अच्छा माना जाता हैं. वास्तु के अनुसार मां का ध्यान पूर्व दिशा की ओर मुख करके करने से हमारी अंतर आत्मा जागृत होती है वही दूसरी ओर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके पूजा करने से मानसिक शांति मिलती है।

पूजा का सामान और दिशा – अगर आप माता रानी के अनन्य भक्त है और उनके आगमन की आप जोर-शोर से तैयारी करते है तो आप जी कमरें में माँ और कलश की स्थापना करना ही उस कमरे का रंग पर हल्का पीला, हरा या फिर गुलाबी रंग करवाएं. कमरे के फर्श पर लाल या हरे रंग के पत्थर का इस्तेमाल करें. आप एक बात का ध्यान रखें की उस कमरे में आप किसी भी रूप में नीले और काले रंग का प्रयोग नहीं करें. माता के पूजा का सारा सामान पूजा कक्ष के दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना लाभदायक होता है।

चौकी को वास्तु अनुसार सजाना – आप माता की चौकी या कलश की स्थापना करते समय दक्षिण दिशा में लाल रंग के कपड़ें का प्रयोग करें. अगर आप उत्तर-पूर्व में चौकी की स्थापना कर रहे है तो इस दिशा में लाल रंग उपयोग में न लाएं. दीया को देवी दुर्गा के दायीं ओर रखा जाना चाहिए। एक बात का और ध्यान रखें पूजा के लिए स्टेनलेस स्टील के सामान का प्रयोग करें। प्लास्टिक के सामन का प्रयोग न करें.  चुनरी और देवी दुर्गा के अन्य सामानों के लिए, काले और नीले रंग का प्रयोग न करें. लाल और पीला रंग शुभ है. देवी दुर्गा के दोनों तरफ स्वास्ति का चिन्ह सिंदूर से बनाएं. कलश में अशोक की पत्तियों का उपयोग करें. 



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